नई दिल्ली: वित्तीय सेवा क्षेत्र की स्मॉल-कैप कंपनी, IFCI लिमिटेड के शेयरों में 15 सितंबर, 2025 को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। कमजोर बाजार धारणा के बावजूद, कंपनी के शेयर में लगभग 8% की बढ़त दर्ज की गई, जिसने निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यह प्रदर्शन कंपनी के हालिया वित्तीय नतीजों और दीर्घकालिक विकास क्षमता को दर्शाता है।
शेयर बाजार में आज का प्रदर्शन
सोमवार को शेयर बाजार में सुस्ती का माहौल था और सेंसेक्स लगभग 0.04% की मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। इसके विपरीत, IFCI लिमिटेड के शेयर ने अपने सेक्टर से 7.64% बेहतर प्रदर्शन करते हुए निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया। कारोबारी सत्र के दौरान, स्टॉक ने ₹57.88 का इंट्राडे हाई बनाया, जो लगभग 7.92% की वृद्धि है।
तकनीकी रूप से, स्टॉक अब अपने 5-दिन, 20-दिन, 50-दिन, 100-दिन और 200-दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है, जो अल्पावधि में एक मजबूत सकारात्मक रुझान का संकेत है। दिन के अंत में, शेयर ₹56.21 पर बंद हुआ, जिसमें ₹2.85 (5.33%) की बढ़त दर्ज की गई।
अल्पावधि और दीर्घावधि प्रदर्शन
IFCI ने हाल के दिनों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले एक सप्ताह में स्टॉक में 8.28% और एक महीने में 9.05% की वृद्धि हुई है। हालांकि, इस साल की शुरुआत से (ईयर-टू-डेट) स्टॉक में 7.49% की गिरावट आई है, जबकि सेंसेक्स में 4.77% की वृद्धि हुई है।
लेकिन अगर लंबी अवधि के नजरिए से देखें तो IFCI ने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। पिछले तीन वर्षों में स्टॉक में 419.58% की शानदार वृद्धि हुई है, और पांच वर्षों में यह 736.77% बढ़ा है, जो वित्तीय क्षेत्र में इसकी मजबूत पकड़ को उजागर करता है।
कंपनी के वित्तीय नतीजे और प्रोफाइल
30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी के वित्तीय नतीजे भी सकारात्मक रहे हैं। कंपनी ने ₹444.86 करोड़ की समेकित बिक्री दर्ज की, जो पिछली तिमाही की तुलना में 6.96% और पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 9.81% अधिक है। इस तिमाही में कंपनी का टैक्स के बाद शुद्ध मुनाफा ₹62.43 करोड़ रहा।
1993 में स्थापित, IFCI लिमिटेड भारत का पहला विकास वित्तीय संस्थान (DFI) था, जिसे देश के औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के विकास को गति देने के उद्देश्य से बनाया गया था। आज यह एक सार्वजनिक क्षेत्र की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के रूप में काम करती है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण लगभग ₹14,328.36 करोड़ है।
कंपनी का कार्यक्षेत्र और भविष्य
IFCI देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कंपनी हवाई अड्डे, सड़कें, दूरसंचार, बिजली, रियल एस्टेट और विनिर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। IFCI द्वारा वित्तपोषित कुछ प्रमुख परियोजनाओं में मुंद्रा पोर्ट, जीएमआर गोवा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रायचूर पावर कॉर्पोरेशन शामिल हैं। अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से, IFCI वित्तीय क्षेत्र में अपनी सेवाओं का लगातार विस्तार कर रहा है। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी की मजबूत ऐतिहासिक नींव और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निरंतर भागीदारी इसके भविष्य के विकास के लिए एक अच्छा संकेत है।