राजस्व में गिरावट और कर्मचारी संख्या में कमी
टेक महिंद्रा ने जून तिमाही में अपने प्रदर्शन में कमजोरी दिखाई है। कंपनी की आय पिछले तिमाही की तुलना में 1.4% और साल-दर-साल आधार पर 1% घटी है, जो ग्राहकों की वैकल्पिक खर्चों में कमी को दर्शाता है। इस दौरान कर्मचारियों की संख्या में 622 की कमी आई और अब कंपनी में कुल 79,987 कर्मचारी हैं। मांग में सुस्ती के चलते कंपनी ने वर्कफोर्स को बेहतर ढंग से मैनेज करने पर फोकस किया। वहीं, उपयोग दर घटकर 85% पर आ गई, जबकि एट्रिशन रेट बढ़कर 12.6% हो गई।
कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी, लेकिन अमेरिका से राजस्व गिरा
हालांकि, कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (Q1 FY26) में अच्छा लाभ दिखाया। टेक महिंद्रा का शुद्ध मुनाफा 34% की बढ़ोतरी के साथ 1,141 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 852 करोड़ रुपये था। कंपनी की समेकित आय 3% बढ़कर 13,351 करोड़ रुपये पहुंच गई, जबकि कुल खर्च हल्का सा घटकर 11,952 करोड़ रुपये रहा, जिससे मार्जिन में सुधार हुआ।
कंपनी के कुल राजस्व का लगभग आधा हिस्सा देने वाले अमेरिकी बाजार से आय में 5.9% की गिरावट आई है। हालांकि, नए डील्स की बुकिंग बढ़कर 809 मिलियन डॉलर पहुंच गई, जो पिछली तिमाही में 798 मिलियन डॉलर और एक साल पहले 534 मिलियन डॉलर थी।
ब्रोकरेज हाउसों के रुख में विविधता
टेक महिंद्रा के नतीजों के बाद ब्रोकरेज फर्म्स की राय बंटी हुई है। जहां CLSA ने शेयर पर ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग दी है और 2,020 रुपये का लक्ष्य तय किया है, वहीं उन्होंने कहा कि ऑर्डर बुकिंग मजबूत रही और मार्जिन में भी सुधार हुआ, जिससे धीमी राजस्व वृद्धि की भरपाई हो गई। CLSA को उम्मीद है कि अगली तिमाही से कंपनी की ग्रोथ में तेजी आएगी और FY26 में राजस्व FY25 से ज्यादा रहेगा।
HSBC ने भी कंपनी की FY27 रणनीति की तारीफ की और कहा कि प्रबंधन औसत से बेहतर ग्रोथ की उम्मीद कर रहा है, लेकिन मार्जिन विस्तार में देरी एक प्रमुख जोखिम बनी रहेगी। HSBC ने ‘बाय’ कॉल बरकरार रखते हुए 1,900 रुपये का लक्ष्य दिया है।
Nomura ने डील्स और पाइपलाइन को मजबूत बताया और FY26 में बेहतर राजस्व ग्रोथ की संभावना जताई। उन्होंने शेयर पर ‘बाय’ रेटिंग के साथ 1,810 रुपये का लक्ष्य रखा है।
वहीं, Jefferies ने ‘अंडरपरफॉर्म’ कॉल के साथ 1,400 रुपये और Morgan Stanley ने ‘अंडरवेट’ रेटिंग के साथ 1,555 रुपये का लक्ष्य रखा है। इन दोनों ने माना कि राजस्व अनुमान से कम रहा, लेकिन अन्य आय से मुनाफा बढ़ा। मजबूत ऑर्डर बुकिंग के बावजूद, ऊंचे वैल्यूएशन और मार्जिन विस्तार में चुनौतियों के कारण वे सतर्क बने हुए हैं।
शेयर खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
टेक महिंद्रा के लिए मजबूत डील्स, प्रमुख ग्राहकों में स्थिरता और मार्जिन में धीरे-धीरे सुधार पॉजिटिव पहलू हैं। लेकिन डील कन्वर्जन में कमजोरी, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की चुनौतियां और आर्थिक माहौल की अनिश्चितता कंपनी की ग्रोथ और मार्जिन के संतुलन को प्रभावित कर सकती हैं। निवेशकों को खरीद, बिक्री या होल्ड का फैसला करते समय इन पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए।