Wednesday, December 17th, 2025

रेलटेल को मिला करोड़ों का नया वर्क ऑर्डर, जानिए शेयर के भाव और वित्तीय सेहत का पूरा हाल

सरकारी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी (PSU) रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड एक बार फिर चर्चा में है। कंपनी ने शेयर बाजार को सूचित किया है कि उसे एक महत्वपूर्ण परियोजना के लिए नया वर्क ऑर्डर प्राप्त हुआ है। हालांकि, इस सकारात्मक खबर के बावजूद शेयर बाजार में कंपनी के स्टॉक पर दबाव देखने को मिल रहा है और यह गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।

वी.ओ. चिदंबरनार पोर्ट अथॉरिटी से मिली बड़ी कामयाबी

रेलटेल ने जानकारी दी है कि उसे वी.ओ. चिदंबरनार पोर्ट अथॉरिटी से ‘लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस’ (LoA) प्राप्त हुआ है। इस परियोजना के अंतर्गत कंपनी को वी.ओ.सी. पोर्ट पर आधुनिक आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर (Advanced IT Infrastructure) को लागू करना है। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इस वर्क ऑर्डर का अनुमानित मूल्य करीब 26.88 करोड़ रुपये (26,88,45,563 रुपये) है। नवरत्न कंपनी के लिए यह ऑर्डर उसके प्रोजेक्ट वर्क सर्विसेज पोर्टफोलियो को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।

शेयर बाजार में सुस्त प्रदर्शन और तकनीकी संकेत

इस नए ऑर्डर की खबर के बावजूद रेलटेल के शेयरों में उत्साह की कमी दिखाई दी। वर्तमान में रेलटेल का शेयर 328.90 रुपये के स्तर पर है, जो पिछले बंद भाव 331.65 रुपये के मुकाबले 2.75 रुपये (-0.83%) की गिरावट दर्शाता है। साल 2025 में अब तक इस काउंटर पर लगातार बिकवाली का दबाव बना हुआ है, जिसके चलते स्टॉक में करीब 18% की गिरावट आ चुकी है। पिछले एक साल में इस मल्टीबैगर स्टॉक ने 25% का करेक्शन दिखाया है, हालांकि दो साल की अवधि में इसने निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है।

तकनीकी नजरिए से देखें तो रेलटेल का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 44.2 के स्तर पर है। यह संकेत देता है कि स्टॉक फिलहाल न तो ‘ओवरबॉट’ जोन में है और न ही ‘ओवरसोल्ड’ क्षेत्र में। स्टॉक ने पिछले 52 हफ्तों में 265.50 रुपये का निचला स्तर और 478.95 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ है।

तिमाही नतीजे और वित्तीय स्थिति

वित्तीय मोर्चे पर कंपनी के प्रदर्शन पर नजर डालें तो 30 जून 2025 को समाप्त हुई तिमाही के नतीजे मिले-जुले रहे हैं। कंपनी ने 758.16 करोड़ रुपये की स्टैंडअलोन बिक्री रिपोर्ट की है। यह आंकड़ा पिछली तिमाही की बिक्री (1328.68 करोड़ रुपये) के मुकाबले लगभग 43% कम है, लेकिन राहत की बात यह है कि पिछले साल की इसी तिमाही (577.56 करोड़ रुपये) की तुलना में इसमें 31.27% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। नवीनतम तिमाही में कंपनी का टैक्स के बाद शुद्ध मुनाफा (PAT) 66.10 करोड़ रुपये रहा है।

बाजार पूंजीकरण और कंपनी प्रोफाइल

वर्तमान में रेलटेल का मार्केट कैपिटलाइजेशन 10,500 करोड़ से 11,800 करोड़ रुपये के बीच बना हुआ है। इसका पी/ई अनुपात (P/E Ratio) 32.92 और पी/बी अनुपात 4.86 है, जबकि प्रति शेयर आय (EPS) 9.99 रुपये है।

गौरतलब है कि रेलटेल साल 2000 में निगमित एक ‘नवरत्न’ पीएसयू है जो देश के दूरसंचार क्षेत्र में सक्रिय है। यह देश के सबसे बड़े न्यूट्रल टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स में से एक है, जिसके पास रेलवे पटरियों के किनारे विशेष ‘राइट ऑफ वे’ (ROW) पर अखिल भारतीय ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क का स्वामित्व है। कंपनी मुख्य रूप से टेलीकॉम सर्विसेज और प्रोजेक्ट वर्क सर्विसेज जैसे सेगमेंट्स में अपना कारोबार करती है।