Wednesday, October 22nd, 2025

GST 2.0 का कमाल: शेयर बाज़ार में ज़ोरदार तेज़ी, त्योहारी सीज़न से पहले सस्ती होंगी गाड़ियाँ

GST 2.0 सुधारों को लेकर बाज़ार में बने सकारात्मक माहौल के चलते भारतीय शेयर बाज़ार के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार दूसरे दिन, 5 सितंबर को भी तेज़ी देखने को मिली। दलाल स्ट्रीट पर इस उत्साह को देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि निफ्टी पिछले हफ़्ते की सुस्ती को तोड़ते हुए इस हफ़्ते एक प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़त के साथ बंद हो सकता है।

बाज़ार का मौजूदा हाल

सुबह के कारोबार में सेंसेक्स 204.26 अंक यानी 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,922.27 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 63.30 अंक यानी 0.26 प्रतिशत की मजबूती के साथ 24,797.60 पर पहुँच गया। बाज़ार में कुल मिलाकर सकारात्मक रुख दिखा, जहाँ 1,442 शेयरों में तेज़ी देखी गई, जबकि 1,238 शेयरों में गिरावट आई और 128 शेयर बिना किसी बदलाव के कारोबार कर रहे थे।

लगभग सभी सेक्टरों ने मज़बूत शुरुआत की, जिसमें निफ्टी ऑटो इंडेक्स ने सबसे ज़्यादा बढ़त हासिल की। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो और हुंडई मोटर इंडिया जैसे शेयरों ने इस रैली में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस बीच, बाज़ार की अस्थिरता को मापने वाला इंडिया VIX इंडेक्स भी एक प्रतिशत तक गिरा, जो बाज़ार में बढ़ते हुए भरोसे को दर्शाता है।

विशेषज्ञों की राय और बाज़ार का भविष्य

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड, श्रीकांत चौहान ने कहा, “हमारा मानना है कि बाज़ार का शॉर्ट-टर्म आउटलुक सकारात्मक बना हुआ है। हालाँकि, एक नई तेज़ी का दौर निफ्टी के 24,850 या सेंसेक्स के 81,000 के स्तर को पार करने के बाद ही शुरू होने की संभावना है। अगर ये स्तर टूटते हैं, तो बाज़ार 25,000/81,500 की ओर बढ़ सकता है। वहीं, गिरावट की स्थिति में 24,650/80,500 और 24,700/80,700 इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए प्रमुख सपोर्ट लेवल हैं।”

चॉइस ब्रोकिंग के सीनियर टेक्निकल और डेरिवेटिव एनालिस्ट, मंदार भोजने ने कहा, “बाज़ार एक सीमित दायरे में रहकर भी मज़बूती दिखा रहा है। बेहतर होते तकनीकी संकेत और लगातार घरेलू निवेश को देखते हुए निकट भविष्य में बाज़ार का रुझान सकारात्मक बना हुआ है। ट्रेडर्स को ‘गिरावट पर खरीदारी’ की रणनीति अपनानी चाहिए और बैंकिंग, आईटी और ऑटो जैसे प्रमुख सेक्टरों में स्टॉक-विशिष्ट अवसरों पर ध्यान देना चाहिए।”

त्योहारी बहार: ऑटो सेक्टर पर GST का असर

आने वाले त्योहारी सीजन से ठीक पहले, ग्राहकों को कारों, एसयूवी और दोपहिया वाहनों पर बड़ी कीमतों में कटौती के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि कंपनियाँ GST के लाभों को ग्राहकों तक पहुँचाने की तैयारी कर रही हैं। प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस भाषण के बाद कई ग्राहक पहले से ही GST कटौती का इंतज़ार कर रहे थे और गाड़ियों की डिलीवरी रोक दी थी, जिससे अब मांग में भारी उछाल आने की उम्मीद है।

कितनी कम होंगी कीमतें?

उद्योग विश्लेषकों और रिसर्च एजेंसी क्रिसिल के अनुमानों के अनुसार, कीमतों में कटौती काफी महत्वपूर्ण हो सकती है।

  • कारों में: एंट्री-लेवल ऑल्टो पर लगभग ₹36,000 से लेकर मर्सिडीज S450 सेडान जैसी लक्ज़री कारों पर ₹10 लाख तक की कटौती हो सकती है।

  • एसयूवी में: हुंडई क्रेटा (मौजूदा एक्स-शोरूम कीमत ₹11.1 लाख) पर ₹1.1 लाख, मारुति ब्रेज़ा (कीमत ₹8.7 लाख) पर ₹90,000 और टोयोटा इनोवा (कीमत ₹20 लाख) पर ₹2.6 लाख तक की कमी आने की संभावना है।

  • दोपहिया वाहनों में: लोकप्रिय होंडा एक्टिवा स्कूटर की मौजूदा ₹81,000 की एक्स-शोरूम कीमत पर ₹7,000 तक की कमी आ सकती है। वहीं, बजाज पल्सर 150 (कीमत ₹1.1 लाख) पर लगभग ₹9,500 की कटौती की उम्मीद है।

इंडस्ट्री लीडर्स की प्रतिक्रिया

इस कदम का स्वागत करते हुए मारुति के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने कहा, “यह एक बड़ा सुधार है जो पूरी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा। लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी, जिससे मांग और उत्पादन दोनों को प्रोत्साहन मिलेगा।”

TVS के चेयरमैन सुदर्शन वेणु ने कहा कि GST कटौती “विकास को नई रफ़्तार देगी” और समाज के सभी वर्गों में खपत को बढ़ाएगी।

मर्सिडीज-बेंज के एमडी और सीईओ संतोष अय्यर ने इसे ग्राहकों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो एक मज़बूत अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगा। महिंद्रा एंड महिंद्रा के सीईओ राजेश जेजुरिकर ने कहा कि इसका ऑटोमोटिव और कृषि दोनों क्षेत्रों पर “दूरगामी और सकारात्मक प्रभाव” पड़ेगा।

क्रिसिल इंटेलिजेंस के निदेशक हेमल एन. ठक्कर ने कहा कि त्योहारी सीजन के दौरान मांग अपने चरम पर होगी, लेकिन इस शुरुआती उत्साह के बाद कुछ अनिश्चितताएँ बनी रह सकती हैं। उन्होंने कहा, “शहरी परिवार अभी भी खर्च करने से बच रहे हैं। आईटी सेक्टर में नौकरियों में कटौती और अमेरिकी टैरिफ का असर भी बाज़ार पर बना रहेगा।”